Author: |
जोगिन्दर अमर |
ISBN: |
9788170072362 |
Edition: |
मार्च 2012 |
Multiple Book Set: |
No |
जोगिन्दर अमर का नाम , नज़म , ग़ज़ल , मिथिक कवि और लम्बी कविता से सम्बंधित है और वह कविता में एक लम्बी यात्रा तय कर चुका है . चेतन - अवचेतन हर समय वह कविता के साथ जुड़ा होता है कभी वह कोई नज़म लिख रहा होता तोह कभी वह कोई ग़ज़ालिख रहा होता है . ग़ज़ल की रचना करते समय वह बहर तथा अरूज के पक्ष की दृष्टि से सावधान रहता है और नज़म लिखते समय उस में निहित कत्थ्य को लेकर एक प्रगतिशील दृष्टि .
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