Author: |
अलेक्सांद्र रसिकन |
ISBN: |
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Edition: |
मार्च 2016 |
Multiple Book Set: |
No |
मै तुम्हे यह बताना चाहता हूँ के मैंने यह किताब क्यों लिखी . मेरी एक बेटी है , उसका नाम है साशा . अब तोह खासी बड़ी हो गयी है , और अपने बारे में बात करते समय वह अक्सर खा करती है , " जब मै छोटी थी " ............. साशा जब बहुत छोटी थी , तो वोह अक्सर बीमार पद जाया करती थी . कभी उससे बुखार हो जाता था कभी उसका गाला दुखने लगता , तो कभी उसके कान में दर्द हो जाता . तुम्हारे कान में कभी दर्द हुआ हो हो तोह तुम्हे पता होगा इसमें कैसी तकलीफ होती है , और अगर कंही नहीं हुआ तोह बताना बेकार है , कियो के तुम्हारी समझ में यह नहीं आएगा
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